The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
Additionally it is useful for college kids, and youngsters. The smartest thing is that it does not call for elaborate preparations and just calls for your devotion and naturally few minutes of time. Nevertheless, 1 ought to routinely chant Shiva Chalisa with utmost devotion to obtain the blessings of Lord Shiva.
ॠनियां जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
अर्थ: हे प्रभु जब क्षीर सागर के मंथन में विष से भरा घड़ा निकला तो समस्त देवता व दैत्य भय से कांपने लगे (पौराणिक कथाओं के अनुसार सागर मंथन से निकला यह विष इतना खतरनाक था कि उसकी एक बूंद भी ब्रह्मांड के लिए विनाशकारी थी) आपने ही सब पर मेहर बरसाते हुए इस विष को अपने कंठ में धारण किया जिससे आपका नाम नीलकंठ हुआ।
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
सेवक स्तुति करत सदाहीं ॥ वेद नाम महिमा तव गाई।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
तब ही shiv chalisa in hindi दुख प्रभु आप निवारा ॥ किया उपद्रव तारक भारी ।
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
Chanting of Shiva Chalisa is done because of the devotees as a way to be sure to and get the blessings in their beloved deity – Lord Shiva.